उत्तराखंड के रामनगर में व्यापार के लिए कश्मीर से आए कुछ लोग फंसे हुए हैं। ये लोग फेरी लगाकर अपना माल बेचते थे, लॉकडाउन के बाद अब इनके सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है। इन्होंने शासन-प्रशासन से उन्हें अपने घर भेजने की गुहार लगाई है।इनका कहना है कि वह अपना मॉल तो बेच चुके हैं, लेकिन लोग मॉल का पैंसा भी नहीं दे रहे हैं, और जहां वह किराये पर रह रहे वहां से मकान मालिक ने भी उन्हें निकाल दिया है। जिससे उनके पास न खाने के लिए है और न ही रहने के लिए कोई ठिकाना।
वहीं इस मामले पर रामनगर एसडीएम विजय नाथ शुक्ला का कहना है कि पुलिस, मीडिया, सोशल मीडिया के माध्यम से उनके पास जो भी मामला आ रहा है उस पर उचित कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह मामला भी उनके संज्ञान में आ चुका है, उच्चाधिकारियों से वार्ता कर इसका समाधान निकाल लिया जाएगा।
लॉकडाउन की स्थिति में सबसे अधिक परेशानी दिहाड़ी मजदूरों को उठानी पड़ रही है, उनके पास न तो खाने के लिए है, और न ही रहने की व्यवस्था है। रामनगर में भी ऐसे कई मजदूर हैं जो अब अपने-अपने घरों का रूख कर रहे है़ं, लेकिन बेबसी ऐसी है कि घर जाने के लिए भी कोई साधन नहीं है।