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चारधाम यात्रा हेली टिकट में पर्यटकों से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश…

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उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग पुलिस ने चारधाम यात्रा में यात्रियों से हेली टिकट और अलग-अलग राज्यों में पर्यटकों से होटलों की बुकिंग के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया है। मामले में चार आरोपियों को मैनपुरी, गाजियाबाद और नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से पुलिस को दो लैपटॉप, 10 मोबाइल फोन, सात एटीएम कार्ड और एक डोंगल (नेट शटर) भी बरामद हुआ है। आरोपियों के विरुद्ध साइबर अपराध के तहत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया गया है।

पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि केदारनाथ यात्रा के लिए विगत एक जून को हरियाणा निवासी स्वीकृति शर्मा द्वारा पवन हंस हेली सर्विस के नाम से ऑन लाइन हेली टिकट बुकिंग के नाम पर 12,960 रुपये और 4 जुलाई को मध्य प्रदेश के विपिन यादव द्वारा हेली टिकट के नाम पर 30,50 रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत गुप्तकाशी थाना में दर्ज कराई गई थी।

दोनों मामलों में आईपीसी की धारा 420 में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक दीपक सिंह के नेतृत्व में टीमें गठित कर दी गई। पुलिस टीमों ने आरोपियों की धरपकड़ को उनकी वेबसाइट और ऑनलाइन कंपनियों के पते के आधार पर दबिश दी और 18 जुलाई को धोखाधड़ी के एक आरोपी सौरभ निवासी ओमनगर, मैनपुरी (उत्तर प्रदेश) को गिरफ्तार कर लिया गया।

ऐसे बनाते थे शिकार
तीन अन्य आरोपियों पुनीत कुमार एवं विकास कुमार निवासी ग्राम तुमौल, घनश्यामपुर, जिला दरभंगा (बिहार), हाल निवास, गली नंबर-5, ममूरा, सेक्टर-66 नोएडा एवं रंजन कुमार निवासी ग्राम करहरी, भगवानपुर, जिला वैशाली (बिहार), हाल निवास शीतल विहार, खोड़ा कॉलोनी को पुलिस ने गाजियाबाद से धर दबोचा। आरोपियों के विरुद्ध धारा 467, 468, 471, 120बी, 66-डी आईटी में मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों द्वारा उत्तराखंड, यूपी, दिल्ली, गोवा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में चारधाम यात्रा और पर्यटन के नाम पर लोगों से हेली टिकट और होटल बुकिंग को लेकर ठगी की जाती थी। आरोपी पूर्व में यात्रा गुरू कंपनी में काम करते थे, जहां लोगों से ट्रेवल एजेंसी, हेली टिकट और होटलों की बुकिंग के नाम से धोखाधड़ी की जाती थी। कंपनी का संचालन राजबीर सिंह करता था, जिसे पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड माना जा रहा है।

एसपी के मुताबिक राजबीर द्वारा इंडियन ट्रेवल्स नाम की वेबसाइट बनाई गई, जिसे हैलो ट्रेवल्स सहित अन्य कंपनियों द्वारा प्रतिमाह 400-500 कस्टमर का डाटा (फोन नंबर और अन्य विवरण) मुहैया कराया जाता था, इसके एवज में प्रतिमाह इन कंपनियों के खाते में 25 हजार रुपये जमा किये जाते थे। पुलिस दल में गुप्तकाशी थाना प्रभारी होशियार सिंह पंखोली, एसआई योगेश कुमार, आरक्षी स्वदेश राय, विनय कुमार और रईस राजा शामिल थे।

हर माह 30-35 लोग बनते थे शिकार
कंपनियों से मिले कस्टमर डाटा के आधार पर आरोपी हर माह 30-35 लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। इसके लिए वह फर्जी आईडी से सिम का प्रयोग करते थे, जिन्हें उपयोग में लाने के बाद फेंक दिया जाता था। लोगों से ठगी के लिए इनके द्वारा एशियन होलीडेज वेबसाइट भी बनाई गई थी।

इसी वेबसाइट के जरिये केदारनाथ यात्रा में हेली टिकट के नाम पर ठगी का शिकार हुए यात्रियों की धनराशि आरोपियों के खातों में पहुंचती थी। पुलिस ने बरामद हुए लैपटॉप, मोबाइल, एटीएम कार्ड आदि की पड़ताल में यह भी पाया है कि अन्य राज्यों के लोगों से भी आरोपियों ने जमकर ठगी की है।

किराये पर लेते थे बैंक खाता
आरोपी गरीब और अन्य लोगों को गुमराह कर उनके बैंक खातों को किराये पर लेते थे और उनके एटीएम अपने पास रख लेते थे। इसके लिए खाताधारक को हर माह 30 हजार रुपये तक दिए जाते थे। इन खातों का प्रयोग लोगों से  ठगी गई राशि के लिए होता था। पुलिस ठगी का शिकार हुए लोगों के बारे में भी कॉल डिटेल से जानकारी जुटा रही है।