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प्रदेश में 29 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी, कुमाऊं मण्डल के लिए रेड अलर्ट जारी।

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फाइल फोटो

उत्तराखंड का बारिश का दौर लगातार जारी है। खासकर पहाड़ी जनपदों में खूब बारिश हो रही है। प्रदेश के पिथौरागढ़ में भारी बारिश से आपदा की स्थिति बनी हुई है, यहां आई आपदा में अब तक 15 से अधिक लोगों की जान चली गई है, जबकि कई घर मलबे में दफन हो गए, वहीं चमोली जनपद में भी भारी बारिश हुई है। मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के मुताबिक प्रदेश में आज भी अच्छी बारिश देखी गई है, वहीं कई स्थानों पर भारी बारिश भी हुई है। मौसम विभाग द्वारा 29 जुलाई को भी प्रदेश में भारी बारिश की आशंका व्यक्त की गई है।

मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि कुमाऊं मण्डल में भारी से बहुत भारी हो सकती है जिसे देखते हुए कुमाऊ मण्डल के कुछ जनपदों में रेल अलर्ट जारी किया गया है। खासकर पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, चम्पावत, ऊधमसिंहनगर जनपदों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ व बागेश्वर जनपद के कई क्षेत्रों में तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है जिससे यहां परेशानियां भी बढ़ी हैं। आगे भी पिथौरागढ़ के मुनस्यारी, धारचूला व बंगापानी तथा बागेश्वर जनपद के कपकोट क्षेत्र में भारी से भारी बारिश देखने को मिल सकती है। उन्होंने का कि इन क्षेत्रों में भारी बारिश से भूस्खलन व बाढ की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है, यहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।

मौसम विभाग के अलर्ट के बाद शासन द्वारा सभी जिला अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी कर दिए गए हैं, निर्देश में कहा है कि किसी भी आपदा दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्रवाई करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान प्रदान किया जाए, आपदा प्रबंधन IRS प्रणाली के अंतर्गत समस्त अधिकारी व विभागीय नोडल अधिकारी हाई अलर्ट पर रहेंगे, NH , PWD , PMGSY , ADB , WB , BRO , CPWD  किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने पर तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करेंगे, समस्त राजस्व उप निरीक्षक ग्राम विकास अधिकारी ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्र में बने रहेंगे, समस्त चौकी थाने भी आपदा संबंधी उपकरणों एवं वायरलेस के साथ हाई अलर्ट पर रहेंगे, समस्त संबंधित अधिकारी किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना राज्य आपदा कंट्रोल रूम को तुरंत देंगे, अलर्ट के दौरान किसी भी अधिकारी कर्मचारी के मोबाइल फोन स्विच ऑफ नहीं रहेंगे, भारी बारिश के दौरान फंसे हुए लोगों के खाद्य सामग्री और रहने की व्यवस्था तुरंत की जाए।