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अल्मोड़ा-स्कूल की परिधि के 100 मीटर अन्दर तम्बाकू उत्पाद ना बेचा जाय इसका सख्ती से कराएं अनुपालन।

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कलैक्ट्रैट परिसर में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया की अध्यक्षता में नशा मुक्त भारत अभियान की जिला स्तरीय समिति की बैठक समपन्न हुई। बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा जनपद को नशा मुक्त बनाये जाने हेतु अपने-अपने सुझाव दिये गये। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि नशा मुक्त जनपद की परिकल्पना के लिए सभी लोगों को सामूहिक जिम्मेदारी लेते हुए इस अभियान में अपनी भागीदारी निभानी होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नशे की गिरफ्त में आकर युवा अपना भविष्य अंधकारमय बना रहे हैं जिसे बचाने की हमारी जिम्मेदारी है।

जिलाधिकारी ने कहा कि समिति के सदस्यों की जिम्मेदारी होगी कि वे जनपद को नशा मुक्त बनाने के लिए अपना पूर्ण सहयोग दें। बैठक में जनपद को नशा मुक्त बनाने के लिए कार्य योजना पर चर्चा की गयी जिसमें तय किया गया कि सभी विद्यालयों में जागरूकता टीम के माध्यम से कक्षाओं को सकारात्मक व्याख्यान और युवाओं को व्यसन मुक्त करके सृजन की ओर बढ़ावा देना शामिल है। ग्राम स्तर पर बच्चों के माता-पिता से समय-समय पर सकारात्मक परामर्श दिया जाना, इस अभियान में शामिल गैर सरकारी संस्था, शान्तिकुंज, आर्ट आफ लिविंग के माध्यम से समस्त शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नशा मुक्त भारत की महत्ता के सम्बन्ध में प्रचार-प्रसार, रैली आदि का आयोजन करना है।

जिलाधिकारी ने कहा कि नियमानुसार स्कूल की परिधि के 100 मीटर अन्दर तम्बाकू उत्पाद ना बेचा जाय इसका भी अनुपालन कराया जाय। उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को नशे के विभिन्न प्रकारों की ब्रिकी की गोपनीय सूचना मिलती है, तो वह सीधे पुलिस उपाधीक्षक से सम्पर्क करें। उन्होंने कहा कि ब्लाॅक स्तर पर इस अभियान के लिए टीमें बनायी जायेंगी जिसमें पैरालिगल वालिटियर को शामिल कर नशे के खिलाफ अभियान में योगदान दिया जायेगा। बैठक में समन्वयक नशा मुक्त अभियान डा. अजीत तिवारी ने बताया कि अगर नशे की गिरफ्त कोई युवा आ जाता है तो उसे हवालबाग स्थित नशा मुक्ति केन्द्र में बिना प्रताड़ित किये व योग, ध्यान क्रियाओं के माध्यम से नशे से दूर किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि अभी तक 22 लोगो को नशे की आदत से छुटकारा दिलाया जा चुका है।