केंद्र सरकार द्वारा लागू किसान बिल के विरोध में चल रहे आंदोलन के 19 वे दिन आज तहसील परिसर में किसान संघ के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने धरना देते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताते हुए इस काले कानून को शीघ्र वापस लेने की मांग की वही किसानों के आंदोलन को लेकर किसान संघर्ष समिति, महिला एकता मंच, के अलावा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी नगर में मार्च निकालते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील में धरने पर बैठे किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
सोमवार को किसान संघ के अध्यक्ष दीवान कटारिया के नेतृत्व में तहसील परिसर में धरना स्थल पर हुई सभा में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि किसान बिल के विरोध में चल रहे आंदोलन का आज 19 वां दिन है, लेकिन सरकार द्वारा अभी तक किसानों के आंदोलन को लेकर कोई भी सकारात्मक पहल नहीं की गई है। धरने पर बैठे किसानों ने कहा कि जब हम लोग कानून मांग ही नहीं रहे तो सरकार क्यों हमें ऐसा काला कानून दे रही है, उन्होंने कहा कि इस काले कानून से किसान को किसी भी प्रकार का कोई लाभ नहीं होगा बल्कि इस कानून का पूरा फायदा अंबानी और अडानी को मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार को इस काले कानून को वापस लेना होगा यदि सरकार इसे वापस नहीं लेगी तो वह उग्र आंदोलन करने के लिए भी मजबूर होंगे।
किसानों के आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी रानीखेत रोड स्थित पार्टी कार्यालय से मार्च निकालते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर तहसील पहुंचकर किसानों को अपना समर्थन देते हुए सरकार से शीघ्र इस कानून को वापस लेने की मांग की धरना स्थल पर हुई सभा का संचालन ललित उप्रेती द्वारा किया गया।