प्रदेश में कोरोना ने तो कहर बरफा ही रखा है, तो वहीं अब गर्मी बढ़ने व बरसात शुरु होते ही डेंगू का प्रकोप भी बढ़ सकता है। डेंगू से निपटने के लिए राज्य सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को समय से सभी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं, इसी क्रम में अल्मोड़ा जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने मंगलवार को जिला कार्यालय सभागार में डेंगू से बचाव से सम्बन्धित तैयारियों के सम्बन्ध में एक बैठक स्वास्थ्य, नगर पालिका, पंचायती राज, शिक्षा, जल संस्थान आदि विभागों के अधिकारियों के साथ की। उन्होने कहा कि आमजन की सहभागिता से डेंगू के खतरे को रोका जा सकता है तथा डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता ही जरूरी है।
जिलाधिकारी नेे कहा कि विशेष सावधानी रखकर ही हम स्वयं, अपने परिवार व आस-पड़ोस को डेंगू से आसानी से बचा सकते हैं। डेंगू से बचाव के लिए सबसे सरल उपाय डेंगू फैलाने वाले मच्छरों को पनपने से रोकना है, जिसके लिए घर और आसपास साफ-सफाई के साथ ही पानी एकत्र न होने देना है।जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका से कहा कि मानसून व गर्मी में डेंगू मच्छर अधिक पनपते हैं, इसलिए यह जरूरी है कि नगर क्षेत्र की बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था करने के साथ ही क्षेत्र में निरन्तर फांगिंग भी की जाय। सभी प्रतिष्ठानों स्वामियों को खाने-पीने की वस्तुओं को ढक कर रखने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिये जाय।
उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देश दियें कि यदपि वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण के कारण विद्यालय नहीं खुले हैं मगर ऑनलाईन पढाई का कार्य किया जा रहा हैं, इस दौरान आनलाईन के माध्यम से ही छात्र-छात्राओं को डेंगू के लक्षण व बचाव इत्यादि के बारे में भी जानकारी दी जाय। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दियें कि जनपद के सभी चिकित्सालयों में डेंगू के रोकथाम के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित कराते हुए सभी चिकित्सालयों की बेहतर साफ-सफाई सुनिश्चित की जाय। बैठक के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सविता हयांकि ने कहा कि डेंगू फैलाने वाला मच्छर रूके हुए साफ पानी में पनपता हैं। इसके लिए उन्होंने पानी की टंकी, जल भंडारण की वस्तुओं को ढ़क कर रखने तथा सभी गुलदस्तों, पानी के बर्तनों, फ्रीज और कूलर का सारा पानी समय-समय पर अवश्य पूरी तरह से खाली करने और साफ-सफाई का विशेष ध्यान देने को कहा।