उत्तराखंड परिवहन निगम के ड्राइवरों के नए-नए कारनामे सामने आते रहे हैं, ड्राइवरों के कारण कई बार यात्रियों की जान पर बन आती है। आज देर शाम भी अल्मोड़ा में रोडवेज कर्मचारियों के आपसी झगड़े की वजह से गनियाद्योली पर 35 यात्रियों की जान सांसत में आ गई थी। चलती बस में चालक से मारपीट करने में बस खाई में गिरने से बची। मासी-दिल्ली के बीच चलने वाली रोडवेज बस (यूके07टीए2866) 35 यात्रियों को लेकर हल्द्वानी जा रही थी। इसी बीच रोडवेज कर्मचारियों में ही विवाद हो गया। आरोप है कि चालक गिरधर सिंह ने बीएसएनएल ऑफिस के पास रोडवेज कर्मी लोकपाल सिंह और प्रमोद जोशी के लिए बस नहीं रोकी। वे दूसरे वाहन से आगे पहुंचकर किसी तरह बस में चढ़ गए। इसके बाद गनियाद्योली पहुंचते ही कर्मचारियों और चालक के बीच हाथापाई शुरू हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस गनियाद्योली कस्बे में दुकानों से टकराने से बची। इससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। तब चालक ने बस रोकी, नहीं तो बस खाई में गिर सकती थी। यात्रियों ने रोडवेज के एआरएम को फोन कर मामले से अवगत कराया।
रानीखेत डिपो एआरएम देशराज अंबेडकर का कहना है कि 35 सीटर बस यात्रियों से फुल थी। कुछ यात्रियों का फोन आया था कि गनियाद्योली पर चालक के साथ मारपीट हो रही है। चालक और कंडक्टर ने अभी तक मुझे कोई जानकारी नहीं दी। यात्रियों से शिकायती पत्र देने को कहा तो उन्होंने जवाब दिया कि यह हमारा काम नहीं है।
वहीं गनियाद्योली के लोगों का कहना है कि बड़ा हादसा होते-होते बचा। यदि बस दुकानों के अंदर घुसती तो सीधे खाई की तरफ जा सकती थी।