Home अपना उत्तराखंड देहरादून बिना लक्षणों वाले कोरोना मरीज बढ़ा रहे चिंता।

बिना लक्षणों वाले कोरोना मरीज बढ़ा रहे चिंता।

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कोरोना वायरस और उसका डर लगातार बढ़ रहा है, लेकिन सबसे ज्यादा खतरनाक ये बात है कि जो लोग इस वायरस की चपेट में आए हैं, उनमें से कई ऐसे हैं, जिनमें इस बीमारी का कोई लक्षण नहीं दिख रहा। ऐसे मरीजों को जब खुद ही नहीं पता होता कि वो बीमार हैं तो वो खुद को अलग कैसे करेंगे, यह एक सबसे बड़ी चुनौती है। मेडिकल की भाषा में इसे एसिंप्टोमैटिक कोरोना कहा जाता है।

 

उत्तराखंड में भी ज्यादातर कोरोना पॉजिटिव मरीजों में एसिंप्टोमैटिक कोरोना पाया गया है। जिसने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है, ऐसे मामलों को डॉक्टर और अन्य विशेषज्ञ ज्यादा खतरनाक मानते हैं। वजह साफ है कि इस तरह के मामले में न तो मरीज को खुद पता होता है कि उसे कोरोना हो चुका है और न ही इस बात का पता चल पाता है कि उसके संपर्क में आने से और लोगों में भी कोरोना फैल गया होगा।

 

इसलिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च नई दिल्ली की ओर से जारी नई गाइडलाइन में सभी लोगों को चाहे वह स्वस्थ्य क्यों न हों, मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग और हाथों को साबुन से बार-बार धुलने व हाथों को सैनिटाइज करना भी बेहद जरूरी है।